


भागलपुर में आयोजित 10वें बिहार इतिहास परिषद की कार्यकारिणी में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा, तिलकामांझी विश्वविद्यालय भागलपुर , बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर और जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा में से छपरा को 11वें बिहार इतिहास परिषद की मेजबानी का दायित्व प्रदान किया । जयप्रकाश विश्वविद्यालय के लिए यह पहला अवसर है जब जयप्रकाश विश्वविद्यालय को इस प्रकार की एक अकादमीक आयोजन का अवसर मिला है । इस आयोजन में देशभर के इतिहास के प्रोफेसर एवं शोधकर्ता सम्मिलित होंगे। ऐसा अनुमान है कि इस आयोजन में लगभग 500 प्रतिभागी भारत के विभिन्न हिस्सों से आएंगे। इस आयोजन के स्थानीय आयोजन सचिव इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर सैयद रज़ा नें बताया कि 11वें बिहार इतिहास परिषद के इस अधिवेशन की अध्यक्षता दिल्ली विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर सीमा बाबा, प्राचीन प्राचीन इतिहास प्रभाग की अध्यक्षता दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विश्वमोहन झा, मध्यकालीन इतिहास प्रभाग की अध्यक्षता अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर साहब बानो, समकालीन प्रभाग के मोतीलाल नेहरू कॉलेज दिल्ली के प्रोफेसर राजेश कुमार और आधुनिक इतिहास विभागप्रभाग की अध्यक्षता के विश्व भारती विश्वविद्यालय कोलकाता के प्रोफ़ेसर हितेंद्र पटेल करेंगे।


जयप्रकाश विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोफेसर फारुक अली के प्रोत्साहन से 10वें बिहार इतिहास परिषद के आयोजन में 6 प्रोफेसर सहित कुल 32 शोधार्थी बिहार इतिहास में सम्मिलित हुए और अपने शोध पत्र का वाचन किया । यह शोध पत्र सभी विभागों में प्रस्तुत किए गए।
बिहार इतिहास परिषद की मेजबानी को स्वीकार करने पर इतिहास विभाग की ओर से समस्त छात्रों एवं शिक्षकों द्वारा माननीय कुलपति जी को अंग वस्त्र से सम्मानित किया । माननीय कुलपति महोदय ने कार्यक्रम के अग्रिम सफलता की शुभकामना देते हुए वैचारिक और हर प्रकार के सहयोग का आश्वासन दिया। बिहार इतिहास परिषद की कार्यकारिणी के स्थाई सदस्य डॉक्टर कृष्ण कन्हैया ने कहा कि इस प्रकार के बड़े आयोजन से जयप्रकाश विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग का अकादमी विस्तार होगा और साथ ही साथ बिहार के इतिहास और सारण के इतिहास को नए आयाम और दिशा मिलेगी। इस अवसर पर जनसंपर्क पदाधिकारी प्रोफेसर हरिश्चंद्र,परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर अनिल सिंह, रितेश्वर नाथ तिवारी,दीपक कुमार जयसवाल,सौम्या शालिनी सहित 15 से अधिक उपस्थित थे।
