
सुजीत कुमार ने लगाई पर्यवेक्षक पर धांधली का आरोप। सारण जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के पूर्व अनुमंडल सचिव एवं जिला सचिव के उम्मीदवार सुजीत कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया की 5 अगस्त को हुए सारण जिला स्तरीय चुनाव में आए मतदान पदाधिकारी एवं पर्यवेक्षक ने विद्यासागर विद्यार्थी और पुनीत रंजन से मिलकर चुनाव प्रक्रिया में कई तरह की त्रुटि की ।मालूम हो की 5 अगस्त को नामांकन के समय 10:00 बजे विद्यासागर विद्यार्थी के द्वारा अपने 15 उम्मीदवारों का नामांकन अलग-अलग कराया गया वही मेरे द्वारा भी 15 भिन्न-भिन्न पदों पर नामांकन अलग-अलग कराया गया मगर पुनीत रंजन के द्वारा एक साथ 15 उम्मीदवारों की सूची देकर नामांकन कराया गया ।मेरे द्वारा पर्यवेक्षक और मतदान पदाधिकारी से कहा गया की ज़िला में नामांकन पैनल का नहीं होता है जिला में नामांकन सभी पद का अलग-अलग होता है और उसके लिए प्रत्येक पद के लिए उम्मीदवार के साथ प्रस्तावक एवं समर्थक अलग-अलग होने चाहिए। लेकिन मतदान पदाधिकारी के द्वारा हमारी एक नहीं सुनी गई और पुनीत रंजन के द्वारा नामांकन किया गया 15 सभी उम्मीदवारों पर एक प्रस्तावक और एक समर्थक का ही हस्ताक्षर अंकित था उसे सही करार दे दिया गया ।मेरे द्वारा बताया गया की मैं इसकी सूचना राज्य चुनाव आयुक्त को दूंगा तो उन्होंने बताया की मैं कोई भी नामांकन रद्द करने नहीं आया हूं। चाहे वह गलत हो या सही हो। मतदान हुए और मतदान के उपरांत मतगणना में भी धांधली की गई परीक्षा सचिव के उम्मीदवार सुनील कुमार एवं रमेश लाल शाह के मत 96,96बराबर दिखाया गया ।जब इसका विरोध दोनों पक्षों के द्वारा किया गया की इसका दोबारा मतगणना किया जाए तो पर्यवेक्षक एवं मतदान पदाधिकारी के द्वारा इसे खारिज कर दिया गया एवं गलत ढंग से टॉस किया गया जिसका वीडियो सोशल मीडिया में घूम रहा है। और एक तरफा निर्णय विद्यासागर विद्यार्थी के पक्ष में किया गया। दूसरी बात की अभी तक 7 तारीख तक मतदान पदाधिकारी एवं पर्यवेक्षक के द्वारा सारण जिला का रिजल्ट जारी नहीं करना कहीं ना कहीं मतदान पदाधिकारी और पर्यवेक्षक संदेह के घेरे में दिखाई दे रहे है ।मैं राज्य चुनाव आयुक्त से या मांग करना चाहता हूं की सारण जिला में हुए जिला स्तरीय चुनाव के नामांकन पत्र को नियम अनुसार जांच कर रद्द किया जाए । और दोबारा मतदान करने का आदेश निर्गत किया जाए। जिससे लोकतंत्र में शिक्षकों बीच आस्था बनी रहे।


