


मनीष पाण्डेय मिन्टू


जयप्रकाश विश्वविद्यालय में फैले भ्रष्टाचार और अव्यवस्था के लिए पूर्ण रूप से कुलपति ही दोषी।ये बाते शुक्रवार को आर एस ए के संरक्षक आशीष यादव उर्फ गुलशन यादव के नेतृत्व में जयप्रकाश विश्वविद्यालय कैंपस में अवस्थित जेपी कुलपति के कार्यालय के सामने प्रदर्शन में कही गई।साथ ही विश्वविद्यालय मे फैले शैक्षणिक अराजकता पर विस्तार से अपनी बात रखी गई।आक्रोश प्रदर्शन में छात्र नेताओं के द्वारा कहा गया कि जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के जो वर्तमान कुलपति हैं जब से विश्वविद्यालय में ज्वाइन किए हैं जब से शैक्षणिक अव्यवस्था कायम है। जयप्रकाश विश्वविद्यालय प्रशासन परीक्षा फॉर्म भरवाने में इतनी राशि ले रही है उसके बावजूद अंकपत्र की हार्ड कॉपी क्यों नहीं दे रही है? अभी तक पीएचडी कोर्स वर्क का अंक पत्र जारी नहीं किया गया जिसके कारण शोध कर रहे छात्र-छात्राओं के द्वारा सिनोप्सिस जमा नहीं किया जा रहा है। पैट 2021 का प्रवेश पत्र क्वालीफाइंग सर्टिफिकेट की हार्ड कॉपी अभी तक नहीं दी गई जबकि शोधार्थी को पूरे जीवन इसकी हार्ड कॉपी की आवश्यकता होगी। जल्द से जल्द कोर्स वर्क का अंक पत्र जारी किया जाए साथ ही डीआरसी एवं पीजीआरसी की बैठक अविलंब बुलाकर सिनॉप्सिस की जांच की जाए। सिनॉप्सिस का पैलिरिजिम जांच कहा होगा अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं है। जबकि नए रेगुलेशन पीएचडी रेगुलेशंन 2016 के अनुसार सिनॉप्सिस का भी पैलिरिजिम जांच करना आवश्यक है। स्नातक एवं स्नातकोत्तर के जितनी भी परीक्षाएं हो रही है उसका अंकपत्र की हार्ड कॉपी छात्र- छात्राओं को नहीं दी जा रही है। पूरे विश्व विद्यालय में शैक्षणिक अराजकता चरम पर है। स्नातक प्रथम खंड 2023 -24 मैं नामांकन के लिए सीबीसीएस लागू होने वाला है लेकिन अभी तक उसका सिलेबस तैयार नहीं हुआ। स्नातक प्रथम खंड में नामांकन के लिए अप्लाई का प्रोसेस अभी तक स्टार्ट नहीं हुआ। फिर सत्र विलंब होगा। महाविद्यालयों में खेल की घंटी बजनी बंद हो चुकी है। सांस्कृतिक विभाग विश्वविद्यालय से लेकर महाविद्यालय तक मृतप्राय हो चुका है। स्नातकोत्तर विभागों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं है। महाविद्यालयों के कॉमन रूम में कचरा भरा हुआ है। ऐसी स्थिति में शैक्षणिक व्यवस्था कैसे सुदृढ़ होगी। शैक्षणिक व्यवस्था में फैली अराजकता के खिलाफ आज से विश्वविद्यालय कैंपस में आंदोलन प्रारंभ किया गया। आंदोलन में प्रमुख रूप से गुलशन यादव,महासचिव राहुल यादव, विकास सिंह सेंगर, छोटू कुमार, गोलू कुमार, शिवानी पांडे, रिशु राज, जिया सिंह,पूनम कुमारी, दीपक पांडे आदि थी।
