Wednesday, October 4, 2023
HomeUncategorizedशेरपुर-दिघवारा पथ को राम-जानकी पथ से मिलेगी कनेक्टिविटी, रुडी की पहल पर...

शेरपुर-दिघवारा पथ को राम-जानकी पथ से मिलेगी कनेक्टिविटी, रुडी की पहल पर DPR की कवायद तेज



• NHAI के परियोजना कार्यान्वयन इकाई ने DPR कंसल्टेंट नियुक्ति के लिए कवायद शुरू की
• पिछले वर्ष मुख्यमंत्री से सांसद रुडी ने की थी बैठक, परियोजना पर नीतीश ने भी व्यक्त की थी सहमती
• मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में संपन्न बैठक में निर्माण का निर्णय, केंद्र ने भी दी थी सैद्धांतिक सहमती
• केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, सूबे के मंत्री नितिन नबीन के साथ भी सांसद रुडी ने की थी बैठक
• NHAI के सदस्य महावीर सिंह और पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के साथ सांसद
05 अगस्त 2022 । पटना रिंग रोड का प्रमुख हिस्सा के रूप में निर्माण के लिए निविदा आमंत्रित होने के बाद पटना के शेरपुर से सारण के दिघवारा तक बनने वाले छः लेन वाले पुल की निर्माण प्रक्रिया तेज हो गई है। सारण में इसे बेहतर कनेक्टिविट देते हुए श्रीराम-जानकी पथ से आने वाले देश-विदेश के पर्यटकों को अन्य पर्यटन सर्किट में जाने के लिए सुगम संपर्कता प्रदान करने की कवायद तेज हो गई है। इसके लिए दिघवारा से भेल्दी, मशरख होते हुए श्रीराम-जानकी पथ की कनेक्टिविटी के लिए डीपीआर बनाने की प्रयास शुरू हो गया है और शीघ्र ही इसके लिए कंसल्टेंट की नियुक्ति की जायेगी। यह पथ बिहार सहित अन्य राज्यों व विदेश के पर्यटकों के लिए भी कई दर्शनीय स्थलों को कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इसी के मद्देनजर पिछले वर्षं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ सारण सांसद सह पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रुडी ने बैठक की थी और यह प्रस्ताव रखा था कि शेरपुर-दिघवारा पुल के संपर्क पथ को अयोध्या से लेकर भारत-नेपाल सीमा तक बनने वाले राम-जानकी पथ से जोड़ा जाना चाहिए ताकि देश विदेश से भगवान राम और माता जानकी से संबंधित तिर्थस्थलों के परिभ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों को सीधा रास्ता उपलब हो सके। मुख्यमंत्री ने भी सांसद के इस प्रस्ताव पर अपनी सहमती व्यक्त की थी। पिछले वर्ष अगस्त माह में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बिहार राज्य पथ परियोजनाओं के मार्ग रेखन प्रस्ताव पर विचार करने हेतु आयोजित बैठक हुई थी जिसके बाद इसके निर्माण का निर्णय लेते हुए इस संदर्भ में केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था।
इस संदर्भ में सांसद रुडी ने बताया कि श्रीराम-जानकी पथ सर्किट से सड़क को कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए न केवल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बल्कि एनएच प्राधिकरण के उच्चाधिकारियों के अलावा केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नबीन के अलावा पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के साथ कई दौर की बैठकें आयोजित हुई। अब जबकि पटना पथ चक्र के महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में शेरपुर-दिघवारा पुल के लिए निविदा आयोजित की जा चुकी है और अगले कुछ दिनों में निर्माण कार्य भी शुरू होगा इसलिए जरूरी है कि इस महत्वपूर्ण पथ से श्रीराम जानकी सर्किट को भी जोड़ा जाय। उन्होंने कहा कि दिघवारा-मशरख-पिपराकोठी-मोतिहारी-रक्सौल तक लगभग 140 किलोमीटर की इस सड़क से रक्सौल इंटरनेशनल चेकपोस्ट की कनेक्टिविटी इस्ट-वेस्ट कोरिडोर से हो जायेगी। उन्होंने बताया कि एक-दूसरे से जुड़ते इस नेशनल हाइवे के जरिए पूरे बिहार में इसका असर दिखेगा। यही सड़क पटना पथ चक्र के महत्वपूर्ण हिस्सा शेरपुर-दिघवारा पुल के माध्यम से सराय से विदुपुर, कच्ची दरगाह, गंगा पुल को पार करते हुए पटना में प्रवेश करेगा और उस मार्ग से फिर बौद्ध सर्किट में जाना सुगम होगा। सारण में इस सड़क से कालूघाट पोर्ट को भी कनेक्टिविटी मिल सकेगी जिससे राष्ट्रीय जलमार्ग की रक्सौल चेक पोस्ट से सुलभ संपर्कता हो जायेगी। सीतामढ़ी के बाद इस सड़क की अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी नेपाल स्थित जनकपुर धाम से भी होगी।
मालूम हो कि दिघवारा-मशरख-पिपराकोठी-मोतिहारी-रक्सौल फोरलेन सड़क के अंतर्गत पटना रिंग रोड पर स्थित दिघवारा से इंटरनेशरल चेक पोस्ट रक्सौल तक सुगम आवागमन के उद्देश्य से नयी सड़क के निर्माण की पहल की गई है। दिघवारा में यह सड़क पटना पथ चक्र के महत्वपूर्ण भाग शेरपुर दिघवारा पुल से जुड़ेगा जिससे राष्ट्रीय उच्च पथ से राजधानी और आसपास के क्षेत्रों की लाखों की आबादी को आवागमन में सुविधा होगी इस पथ को श्रीराम जानकी पथ से संपर्कता प्रदान करने की पहल सांसद रुडी ने की थी ताकि देश-विदेश से आने वाले पर्यटक अयोध्या और जनकपुर जायेंगे उन्हें इसके अतिरिक्त बुद्धा सर्किट या अन्य पर्यटन स्थलों तक जाने के लिए एक सुगम मार्ग उपलब्ध हो सके। शेरपुर-दिघवारा पथ चक्र से पटना महानगर, सारण, वैशाली को सीधे-सीधे लाभ होगा। अब इस पथ के निर्माण से रामजानकी पथ से आने वाले देश-विदेश के लोगों को तो लाभ होगा ही साथ ही इसके निर्माण से बिहार के लगभग आधा दर्जन जिलों को सीधा लाभ होगा। जिस जिला से यह पथ गुजरेगा न केवल पर्यटन के दृष्टिकोण से बल्कि अन्य व्यावसायिक दृष्टिकोण से भी उपयोगी साबित होगा।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments