Thursday, June 1, 2023
HomeUncategorizedभोजपुरी समागम - 2023 सिताब दियारा 15-16 अप्रैल

भोजपुरी समागम – 2023 सिताब दियारा 15-16 अप्रैल

लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्म भूमि सिताब दियारा में 15-16 अप्रैल, शनिवार और रविवार को दो दिवसीय भोजपुरी समागम आयोजित है। मीडिया प्रभारी श्याम बिहारी अग्रवाल ने बताया इस अखिल भारतीय समागम का मूल उदेश्य लगभग 70 वर्षों पूर्व से चल रहे भोजपुरी भाषा के संवैधानिक मान्यता पाने के आंदोलन और भोजपुरी चित्रकारी को सरकारी मान्यता दिलाने के सवाल को लेकर निर्णायक संगठित एक्यबद्ध संघर्ष छेड़ना है। साथ ही भोजपुरी भाषा-भाषी क्षेत्र के संभावित पर्यटन स्थलों के विकास, यहां होने वाली खेती-बारी को लाभकारी बनाने, भोजपुरी भाषियों की आर्थिक उन्नति की दिशा में सार्थक सरकारी पहल के लिए भोजपुरी भाषा-भाषी इलाके के सांसदों व विधायकों, भोजपुरी भाषा के लिए संघर्ष कर रहे संगठनों, साहित्यकारों, कवियों और कलाकारों सहित आम लोगों को एक मंच पर लाने की है।
प्रो पृथ्वीराज सिंह मुख्य संयोजक ने बताया भोजपुरी समागम का उद्घाटन महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सीग्रीवाल और समापन राज्यसभा के उपसभापति श्री हरिवंश जी के कर कमलों से होनी है। इस समागम में सम्मलित होने के लिए भोजपुरी क्षेत्र के तमाम लोकसभा व राज्यसभा सांसद और अधिकांशतः विधायकों-विधान पार्षदों को आमंत्रित किया गया है। कई ने अपनी स्वीकृति भी दी है। समागम में बिहार और यूपी सहित दिल्ली, झारखंड, असम, प. बंगाल छत्तीसगढ़ आदि प्रदेशों के कोना-कोना से साहित्यकार, कवि और कालाकार आ रहे हैं। समागम में साहित्यिक परिचर्चा, सांस्कृतिक कार्यक्रम कवि गोष्ठी आयोजित है। भोजपुरिया समाज के एकजुटता के सवाल पर निर्णय लिया जाना है। गंगा व सरयू के संगम पर जल सत्याग्रह और छात्रों के लिए भोजपुरी पेंटिंग पर प्रशिक्षण कार्यशाला भी लगनी है। सभी कार्यक्रम सिताब दियारा के लाला टोला स्थित जेपी ट्रस्ट, राट्रीय स्मारक भवन और उसके परिसर में होगा।
शिवानुग्रह नारायण सिंह सह संयोजक ने बताया पहले दिन 15 अप्रैल शनिवार की सुबह 9 बजे प्रतिनिधियों के पंजीकरण के साथ समागम प्रारंभ होगा। 10.30 से अपराहन ढाई बजे तक दो साहित्यिक सत्र होंगे। इस साहित्यिक सत्र का उद्घाटन यूपी बलिया के सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त करेंगे। पहले सत्र का विषय मनोरंजन के नाम पर अपसंस्कृति तथा दूसरा भोजपुरी साहित्यः वर्तमान और भविष्य इन साहित्यिक सत्रों को अशोक कुमार यादव, निराला बिदेशिया, मुन्ना पांडेय, संतोष पटेल आदि संबोधित करेंगे।

इन दो साहित्यिक सत्रों के बाद अपराह्न 2.35 बजे उद्घाटन सत्र प्रारंभ होगा। उद्घाटन समारोह के विषय प्रर्वतक साहित्यकार मोहन सिंह होंगे और बीज वक्तव्य डॉ. जयकांत सिंह जय का होगा स्वागत वक्तव्य आयोजन के मुख्य संयोजक प्रो. पृथ्वीराज सिंह का होगा, राणा अवधूत संचालन व धन्यवाद ज्ञापन स्पंदन सुमन करेंगे।

संध्या सात बजे सांस्कृतिक सत्र प्रारंभ होगा, जिसका उद्घाटन बिहार सरकार के कला संस्कृति मंत्री जीतेन्द्र राय करेंगे। इस सांस्कृति सत्र में इंडियन आयडल में धूम मचाने वाले शुभम सिंह, नीतू नवगीत, आशीष त्रिवेदी, शैलेन्द्र मिश्र, रिकी पांडेय, अंकित पांडये, उदय नारायण सिंह, रामेश्वर गोप सहित अन्य कई ख्याति प्राप्त कलाकार अपने गीत-संगीत से समां बांधेगें। प्रारंभ आशीष त्रिवेदी के लघु नाटक से होगा और सम्पूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम का संचालन भंवर निगम करेंगे।

दूसरे दिन 16 अप्रैल रविवार की सुबह आठ बजे सिताबदियरा स्थिति गंगा – सरयू के संगम पर प्रतिकात्मक जल सत्याग्रह के साथ गंगा-सरयू, गंगा-सोन व गंगा-गंडक के संगम को पयर्टन स्थल का दर्जा देने, गंगा- सरयू की माटी की भाषा को संवैधानिक मान्यता देने की मांग उठाई जायेगी। जेपी ट्रस्ट के सचिव आलोक सिंह, स्थानीय मुखिया मनोरंजन सिंह, ट्रस्टी ब्रजेश सिंह भानु सेंगर आदि इस सत्याग्रह का नेतृत्व करेंगे।

इसके बाद दिन के 11 बजे से दूसरे दिन का साहित्यिक सत्र प्रारंभ होगा। पहले सत्र का विषय भोजपुरी क्षेत्र में कृषि विकास और पर्यटन की संभावनाएं और दूसरे सत्र का भोजपुरी की पढ़ाई और शोध की स्थिति है। इन साहित्यिक सत्रों को विद्या सागर सिंह, प्रभात ओझा, संतोष पटेल, उमेश चतुर्वेदी, ब्रजभूषण मिश्र, राम सुधाकर सिंह, डॉ. गुरुचरण सिंह, डॉ. महामाया प्रसाद विनोद, डॉ. जयकात सिंह जय श्री प्रकाश शुक्ल, प्रकाश उदय, डॉ. बलभद्र, डॉ. सुनील कुमार पाठक, विष्णुदेव तिवारी, कनक किशोर, राजेश कुमार मांझी स्यन्दन सुमन आदि भोजपुरी साहित्यकार संबोधित करेंगे। इस दिन भोजपुरी संगठन आ भोजपुरिया लोगों को संगठित कर आगे की कार्ययोजना पर विचार कर समग्र आंदोलन के स्वरूप पर सामूहिक निर्णय लिया जायेगा।

दूसरे दिन की संध्या पहर 5.30 बजे समापन सत्र होगा और इसके मुख्य वक्ता हरिवंश जी उपसभापति राज्यसभा होंगे और अध्यक्षता बलिया सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त करेंगे। समापन सत्र का विषय भोजपुरी भोजपुरिया क्षेत्र का आर्थिक विकास और भाषाई पहचान रखा गया है। इस सत्र का बीज वक्तव्य प्रो. पृथ्वीराज सिंह का होगा। फिर रात आठ बजे कवि सम्मेलन प्रारंभ होगा, जिसका संचालन डॉ. जयकांत सिंह जय और मनोज भावुक करेंगे।

अंत में बस यही कहना है कि सिताब दियारा में आहूत दो दिवसीय भोजपुरी समागम पूर्व से चले आ रहे भोजपुरी आंदोलन को निर्णायक बनाने का एक नया तरह का योजनाबद्ध प्रयोग और प्रयास है। जिसकी सफलता में आप पत्रकार साथियों की भूमिका अति महत्वपूर्ण है। आपके माध्यम से हम आयोजक मंडल के लोग भोजपुरी सेवी तमाम साहित्यिक संगठन से जुड़े साहित्यकार, कलाकार, पत्रकार, बुद्धिजीवी, सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षाविद लोगों सहित आमजनों को 15 व 16 अप्रैल को सिताबदियरा में आयोजित भोजपुरी समागम में सिरकत करने का निवेदन कर रहे हैं।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments