
आज दिनांक 16 मई 2023 को एन सी सी जगदम महाविद्यालय छपरा एवं स्नातकोत्तर दर्शन शास्त्र विभाग जयप्रकाश विश्व विद्यालय तथा एन यस यस जयप्रकाश विश्व विद्यालय छपरा के संयुक्त तत्वावधान मे भूगर्भीय जल संरक्षण मे परम्परागत जल स्रोतो की भूमिका विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया और वाटर हार्वेस्टिंग के अभिकरण के रूप मे इनका मूल्यांकन प्रस्तुत किया गया ।इसके साथ ही साथ विश्व विद्यालय परिसर स्थित पुराने कुओं का निरीक्षण छात्रो को कराया गया ।जगदम महाविद्यालय के एन सी सी आफिसर कैप्टन डाक्टर विश्वामित्र पाण्डेय ने बताया कि विश्व विद्यालय परिसर मे कम से कम पांच कुए है जो वाटर हार्वेस्टिंग संसाधन के रूप मे उपयोग मे लाए जा सकते है। भूगोल विभाग के प्राध्यापक धनंजय कुमार आजाद ने जल संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला। राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रोग्राम आफिसर ने परंपरागत जलस्रोतो के महत्व पर प्रकाश डाला और पुराने पोखर और कुओ के जीर्णोद्धार की आवश्यकता बताए। दर्शन शास्त्र विभागाध्यक्ष ने जल संरक्षण से संबंधित एक प्रेरक कथा सुनाई। शिक्षक संघ के अध्यक्ष सिद्धार्थ शंकर ने जल जीवन हरियाली कार्यक्रम का परिचय दिया। कामर्स के डीन प्रोफेसर लक्ष्मण सिंह, भौतिकी के अध्यक्ष डा महेन्द्र सिंह,डा राजेश नायक एवं अन्य शिक्षको ने अपने उद्गार व्यक्त किए। इस कार्यक्रम मे एनसीसी के छात्र, एन एस एस के छात्र एवं दर्शन शास्त्र के छात्र शामिल थे। छात्रो मे विकास कुमार, निम्मि कुमारी,प्रीति कुमारी, सोवासिका, सोनी, अंगिता ,संजू, मनीष, चंदन, तान्या, मनीषा, राजशेखर आदि सम्मिलित हुए। अमरजीत, रोशनी,खूशबू, फिरोज, मोहित आदि कैडेट्स ने सक्रिय सहभागिता की।


