Sunday, December 3, 2023
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बूथ पर निर्वाचन आयोग के आंख और कान होते हैं माइक्रो ऑब्जर्वर

स्नातक और शिक्षक निर्वाचन के प्रेक्षकों ने किया विशेष उनमुखीकरण

कमिश्नर और डीएम ने पांचों जिला के एमओ को दिए महत्वपूर्ण टिप्स

छपरा.
माइक्रो ऑब्जर्वर बूथ पर भारत निर्वाचन आयोग के आंख और कान होते हैं. उनका काम जितना सरल दिखता है, उतना ही महत्वपूर्ण होता है. उनकी रिपोर्ट प्रेक्षक के माध्यम से सीधे आयोग को पहुंचती है. उक्त बातें सारण स्नातक एंव शिक्षक निर्वाचन के लिए नियुक्त किए गए माइक्रो ऑब्जर्वर के प्रेक्षक के साथ आयोजित विशेष उन्मुखीकरण कार्यशाला में स्नातक निर्वाचन के प्रेक्षक प्रेम सिंह मीना और शिक्षक निर्वाचन के प्रेक्षक दिनेश कुमार ने अपने संबोधन में कहीं. कार्यशाला में क्षेत्र के बेतिया, मोतिहारी, गोपालगंज, सिवान और सारण पांचों जिला के माइक्रो ऑब्जर्वर ने दो पालियों में शिरकत की. प्रेक्षक द्वय ने कहा कि समय बदल गया है. बिहार में होने वाले चुनाव की सराहना राष्ट्रीय स्तर के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होती है. इसे मिसाल के तौर पर पेश किया जाता है. स्थापित मानदंड को इस चुनाव में भी बरकार रखना है. आरओ कम आरओ कम कमिश्नर सर्वणन एम
ने माइक्रो प्रेक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि इस चुनाव में आपका काम केवल प्रेक्षण करना और विहित प्रपत्र में उसकी रिपोर्टिंग करना है. चुनाव कर्मियों के कार्य में किसी तरह का हस्ताक्षेप नहीं करेंगे. हम सब की भूमिकाएं अलग-अलग हैं. मगर उद्देश्य एक ही है. और वह है चुनाव को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष संपन्न कराना है. हम सभी को टीम के रूप में एक दूसरे का सहयोग करते हुए कार्य करना चाहिए. मीटिंग में मौजूद एईआरओ कम डीएम राजेश मीणा ने कहा कि किसी भी तरह के अनावश्यक विवाद से परहेज करेंगे. ट्रेनिंग को तन्मयता से प्राप्त करें. प्रमुख बिंदुओं को याद रखें. बूथ पर पहुंचने से पहले अपना मोबाईल फुल चार्ज रखें. चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष और त्रुटिरहित बनाने को सुनिश्चत करेंगे. उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी जावेद एकबाल ने बिन्दुवार कर्तव्यों पर प्रकाश डालते हुए चुनाव की गोपनीयता को भंग होने पर विशेष नजर रखने तथा आयोग के विशेष बैंगनी कलम के उपयोग व सुरक्षा पर खास ध्यान देने की बात कही. उन्होंने बताया कि प्रत्येक बूथ पर वीडियोग्राफी कराया जाना है. जिसका नियंत्रण माइक्रो ऑब्जर्वर के पास होगा. उनका उपयोग प्रत्येक घटना को रेकार्ड करने में कराना सुनिश्चत करेंगे. मौके पर डीडीसी अमित कुमार, डायरेक्ट डीआरडीए बालदेव चौधरी उपस्थित थे. मास्टर ट्रेनर विनय तिवारी, नदीम अहमद और राजीव चौधरी ने पीपीटी के माध्यम से प्रशिक्षण का रुचिपूर्ण संचालन किया.

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