
मांझी विधानसभा चुनाव में बूथ छपने के दौरान गोली मारकर हुई हत्या मामले में छपरा के पूर्व मंत्री रविन्द्र नाथ मिश्रा को छपरा कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है, साथ ही इस मामले में नामजद उनके भाई हरेंद्र मिश्रा को कोर्ट ने बरी कर दिया है, मामला 27 फरवरी 1990 विधानसभा चुनाव के दौरान की है, जब चांद टोला स्थित बूथ संख्या 116, 117 पर रविन्द्र नाथ मिश्रा और उनके भाई हरेंद्र मिश्रा द्वारा हथियार से लैस पहुँचे थे और भगदड़ की स्थिति उतपन्न हो गई थी, इसी दौरान रविन्द्र नाथ मिश्रा की गोली से एक मतदाता उमा बीन की हत्या हो गई थी,इस मामले में छपरा अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय सह विशेष कोर्ट नलिन कुमार पांडे ने दोषी करार दिया था, वही इस मामले में उनके भाई हरेंद्र मिश्रा को साक्ष्य के अभाव में बरी किया गया, पूर्व मंत्री रविंद्र नाथ मिश्रा वर्ष 2000 में पहली बार निर्दलीय विधायक चुने गए थे, और राबड़ी सरकार में ग्रामीण विकास राज्य मंत्री थे, फिलहाल कांग्रेस के नेता है,


