


नगर निकाय में कम से कम एक बूथ की कमान आधी आबादी के जिम्मे


तैनात महिला मतदान कर्मियों को दी गई ट्रेनिंग
छपरा.
लोकतंत्र के महापर्व को महिला सशक्तिकरण का अवसर बनाया जाएगा. वे हर फिल्ड में सक्षम हैं और बेहतर ढंग से दुरूह कार्य को भी सहजता से अंजाम दे सकती हैं. इसे प्रदर्शित करने के लिए आसन्न नगर निकाय चुनाव में पिंक बूथ का संचालन कर समाज में मॉडल प्रस्तुत किया जाएगा. एलेक्शन कमीशन इसे बहुत ही गंभीरता से लिया है. उक्त बातें उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद एकबाल ने पिंक बूथ पर लगायी जाने वाली महिला चुनाव अधिकारियों को मंगलवार को डीआरडीए सभागार में फाइनल प्रशिक्षण के दौरान कहीं. उन्होंने क्योश्चन ऐंसर पद्धति के माध्यम से इवीएम, प्रपत्र और अन्य व्यावहारिक बिंदुओं पर विस्तार से रूचि पूर्वक प्रशिक्षण दिया. मौके पर प्रशिक्षण कोषांग के नोडल पदाधिकारी सह निदेशक डीआरडीए बलदेव चौधरी ने चुनाव को जटिल न समझ सहजता से लेने के लिए पीकपॉइंट टिप्स दिए. ज्ञात हो कि सारण जिला में प्रत्येक नगर निकाय में कम से कम एक पिंक बूथ बनाया जाना है. इस बूथ की विशेषता यह है कि यहां सभी अधिकारी महिलाएं होंगी. प्रेजाइडिंग ऑफिसर से लेकर पोलिंग ऑफिसर प्रथम द्वितीय एवं तृतीय यहां तक कि तकनीकी कर्मी भी महिलाएं होंगी. जो इवीएम के संचालन से लेकर कंट्रोल रूम व चुनाव आयोग तक हाइटेक तरीके से रिपोर्ट भेजने का काम करेंगी. पीओ और चुनाव कर्मी के रूप में जहां महिला शिक्षिकाओं को डिप्लॉयड किया गया है वहीं तकनीकी कर्मी के रूप में कार्यपालक सहायिकाओं को कमान सौंपी गई है. मास्टर ट्रेनर अनिल कुमार शर्मा, मंटू कुमार, कुमार विजयेंद्र विजय, मणिकांत तिवारी, चंचला तिवारी, सुशील कुमार आदि ने कुशलता व दक्षता के साथ पदानुसार निर्धारित दायित्यों को याद दिलाया व ईवीएम की हैंड्स ऑन ट्रेनिंग करायी.
