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स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर का निधन रविवार को लंबे समय से बीमारी के दौरान मुंबई के अस्पताल में हो गया। स्वर कोकिला के निधन से पूरा देश मर्माहत है। स्वर कोकिला के निधन पर वेब जर्नलिएट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (डब्लूजेएआई) ने भी गहरा शोक संवेदना व्यक्त की। डब्लूजेएआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद कौशल ने कहा कि लता दीदी का यूं जाना संगीत की दुनिया के लिए एक अपूरणीय क्षति है। वह सुर साम्राज्ञी होने के साथ ही एक भारत की गर्व भी थीं। उनकी गायकी ने उन्हें महान बनाया था। वहीं राष्ट्रीय महासचिव डॉ अमित रंजन ने कहा कि लता मंगेशकर का निधन बेहद ही दुखद है। लता दीदी ने अपने प्यार की डोर से न सिर्फ संगीत जगत को अपने अंदर समेटे हुए थी बल्कि पूरा देश और दुनिया उनका अपना था। उनका व्यवहार ही था कि पूरा देश उन्हें दीदी कहता है।
राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ओमप्रकाश अश्क ने कहा कि चार पीढ़ियों के लिए अपने सुर का जादू बिखरने वाली लता दीदी का निधन पूरे देश को मर्माहत कर गया है। उनके निधन की सूचना मिलने के बावजूद विश्वास नहीं हो रहा है कि वाकई अब वे हमारे बीच नहीं रही। इसके साथ ही डब्लूजेएआई के उपाध्यक्ष रजनीकांत, माधो सिंह, ऋषि भारद्वाज, अमिताभ ओझा, हर्षवर्धन द्विवेदी, राष्ट्रीय सचिव निखिल के डी वर्मा, नितेश रंजन, कौशलेंद्र कुमार, सुरभित दत्त, मुरली मनोहर श्रीवास्तव, अकबर इमाम, राष्ट्रीय संयुक्त सचिव मधुप मणि ‘पिक्कू’, राजेश अस्थाना, रमेश पांडेय, मनोकामना सिंह, डॉ लीना, राष्ट्रीय कार्यालय सचिव मंजेश कुमार, बिहार प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण बागी, पश्चिम बंगाल प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रचूड़ गोस्वामी, अनूप नारायण सिंह, रविशंकर शर्मा, रामबालक राय, बालकृष्ण समेत अन्य सदस्यों ने स्वर कोकिला लता मंगेशकर को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

