


पटना के रवीन्द्र भवन में प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित दसवीं प्रतिभा सम्मान समारोह के अवसर पर सीपीएस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के चेयरमैन डॉक्टर हरेंद्र सिंह को विशेष आमंत्रण देकर आमंत्रित किया गया | इस समारोह में जहां प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर समाईल अहमद ने 3000 से ज्यादा बच्चों को सम्मानित किया वहीं डॉ हरेन्द्र सिंह द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट कार्य साथ ही मानव कल्याण हेतु अपना पूरा शरीर वैधानिक रूप से दधीचि दान समिति पटना को मरणोपरांत या ब्रेनडेड की अवस्था में वैज्ञानिक अनुसंधान, मेडिकल अनुसंधान या जरूरतमंदों को मानव कल्याण हेतु शरीर के किसी भी अंग को प्रदान करने की घोषणा के लिए राज्य के सबसे तेज तर्रार एक्स डीजीपी एवं सुपर 30 के संस्थापक श्री अभयानंद जी, अंतर्राष्ट्रीय रोटी क्लब के अध्यक्ष श्री शेखर मेहता एवं अन्य गणमान्य लोगों ने संयुक्त रूप से डॉक्टर हरेंद्र को शाल, मोमेंटो तथा एक बड़ी सी माला में आवृत कर सम्मानित किया | बताते चलें कि डॉक्टर हरेंद्र विगत दिनों जब सिटी गार्डन छपरा में आयोजित रोटी बैंक के चतुर्थ स्थापना दिवस पर मरणोपरांत अपने शारीर के दान की घोषणा किया उस समय उनकी धर्मपत्नी सीमा सिंह, सीपीएस के उप प्राचार्य श्री फतेह बहादुर सिंह तथा मित्र रवीन्द्र कुमार सिंह संयुक्त रूप से साक्षी बने | डॉक्टर हरेन्द्र से देह दान के विषय पर सवाल पूछने पर यह जवाब मिला कि वे कोरोना काल से ही देह दान करने की सोंच रखते थे | परिवार में इस विषय पर चर्चा करने तथा सकारात्मक सहमति मिलने पर उन्होंने अपनी अभिलाषा को पूर्ण किया है | वे इसे ऊपर वाले की प्रेरणा मानते हैं क्योंकि रक्तदान, नेत्रदान, अंग दान आदि दान की श्रेणी में है, किंतु शरीर दान महादान है जिसकी तुलना दानवीर कर्ण और महर्षि दधीचि से की जाती है | अतः वैसे सभी प्राणी सम्मान के योग्य हैं जो जीवन को जीने के साथ – साथ मरने के बाद भी दूसरे मानव शरीर में जीवित रहते हैं |
‘मृत्यु को जीवन का अंत ना बनाएं बातें उठाएं,
कदम कदम पे करे संकल्प, अंगदान को चुने विकल्प |”
पटना रविंद्र भवन से सम्मानित होने के उपरांत शुक्रवार को जब डॉक्टर हरेन्द्र सेंट्रल पब्लिक स्कूल की प्रार्थना सभा में उपस्थित हुए तो विद्यालय प्रबंधन के पदाधकारी, शिक्षक, कर्मचारी तथा विद्यार्थियों में एक नये उत्साह का संचार हुआ और सभी लोगों ने करतल ध्वनि से उनका स्वागत करते हुए इस सम्मान के लिए उन्हें बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की |


