




अंकपत्र में घटिया पेपर इस्तेमाल करने को लेकर एआईएसएफ सारण करेगा जेपीयू कुलपति एवं परीक्षा नियंत्रक का पर्दाफाश
आज दिनांक 4 जुलाई 2022 सोमवार को एआईएसएफ जिला सचिव अमित नयन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि जयप्रकाश विश्वविद्यालय प्रशासन हमेशा की तरह एक बार फिर से अपनी जग हंसाई करा रहा है। जिला सचिव ने कहा कि पीजी और बीएड के अंक पत्रों को छात्रों तक उपलब्ध कराने में विश्वविद्यालय प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं। कई b.ed कॉलेजों और पीजी कॉलेजों में अंकपत्र आए हैं, वह भी फोटोकॉपी की तरह। कोई हॉल मार्क है न,न पेपर की कोई क्वालिटी। अंक प्रमाण पत्र मानो जेरॉक्स कॉपी है। अच्छी गुणवत्ता वाले पेपर न होने के कारण अंक प्रमाण पत्र में अंकित मार्क्स की स्याही उड़ रही है। जल्दी इसकी स्याही पुरी तरह मिट जाएगी की संभावना है।यह छात्रों के साथ बहुत बड़ा धोखा है। इतनी मोटी रकम छात्रों से वसुलने के बाद भी छात्रों को ना समय पर डिग्री मिल रही है, ना मूल प्रमाण पत्र और ना ही मिलने वाले अंक प्रमाण पत्र सही ढंग का। अब तो मानो फोटोकॉपी ही मिल रही है। एआईएसएफ सारण जिला परिषद घटिया पेपर इस्तेमाल करने को लेकर जयप्रकाश विश्वविद्यालय को घेरेगा।यह बहुत बड़ा एसकेएम है। जेपी विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफ़ेसर फारूक अली महोदय और परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर अनिल कुमार सिंह की मिलीभगत से छात्रों के साथ लगातार दुराचार किया जा रहा है। रद्दी पेपर का इस्तेमाल करने को लेकर इन दोनों उच्चाधिकारियों को जवाब देना होगा। आखिर छात्रों के साथ इतना बड़ा छलावा क्यों? एआईएसएफ सारण जिला परिषद जल्द ही विवि प्रशासन को इस मामले को लेकर विवि कैंपस में छात्र हित में उग्र आंदोलन के द्वारा घेरेगा।
अमित नयन जिला सचिव एआईएसएफ सारण
