
परम श्रद्धेय प्रोफेसर गिरिधर प्रसाद ठाकुर जी का देहावसान शुक्रवार दिनाँक 15/04/2022 को प्रातः 10:12 मिनट पर दिल्ली में हो गया था गत कुछ दिनों से उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था और दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था।बुधवार को मनोविज्ञान विभाग में विभागाध्यक्ष पूनम सिंह की अध्यक्षता में एक शोक सभा का आयोजन किया गया जिसमें 2 मिनट का मौन रखा गया। वही प्रोफेसर पूनम सिंह ने स्वर्गीय गिरधर प्रसाद ठाकुर जी के बारे में कहा कि
बिहार में जन्मे और शिक्षित हुए प्रो ठाकुर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने ज्ञान और विदुषिता के लिए जाने जाते है। बैकुंठनारायण ठाकुर एवं श्रीमती चंद्रकेतुका देवी के विलक्षण प्रतिभा संपन्न इस पुत्र ने अपनी लगन और निष्ठा से परिवार और बिहार दोनो को गौरवान्वित किया। प्रो ठाकुर अकादमिक जगत के ध्रुव तारे के समान सदैव दैदिप्त्यमान रहेंगे। पारस पत्थर की तरह अपने संपर्क में आए हर व्यक्ति को उन्होंने सामान्य से स्वर्ण में परिवर्तित किया।
प्रो ठाकुर की धर्मपत्नी प्रो मंजू ठाकुर MDDM महाविधालय में कार्यरत रहीं।
अपने पीछे प्रो ठाकुर अपनी पुत्री डा अर्चना ठाकुर (संयुक्त सचिव विश्वविद्यालय अनुदान आयोग), पुत्र श्री अमिताभ ठाकुर ( वरिष्ठ पत्रकार) एवं पुत्री डा अमृता शिल्पी (प्राध्यापक, दिल्ली विश्वद्यालय) को छोड़ गए। अंतिम दिनों में वह अपने बच्चों के साथ ही थे।
प्रो ठाकुर की कर्मभूमि काशी विद्यापीठ वाराणसी ने उन्हें अश्रुपूरित श्रद्धांजलि और विदाई दी। उनका अन्तिम संस्कार 16/04/2022 को मणिकर्णिका घाट पर हुआ।
वही इस शोक सभा मे प्रोफेसर पूनम सिंह,प्रोफेसर आशा रानी,शक़िला अजीम सहित सैकड़ों शोधार्थी रहे मौजूद।


