
जेपीयू के कुलपति को स्थानीय समाचार पत्रों से यह ज्ञात हुआ कि कुछ परिस्थिति वश हाथ से लिखने में असमर्थ(पोलियो के कारण दोनों हाथों से किसी भी प्रकार का कोई काम करने में असमर्थ)अंकिता कुमारी नाम की छात्रा, जिसका कि इतिहास आनर्स है,वह पैर से लिख कर अपनी परीक्षा दे रही है।कुलपति महोदय उस छात्रा को परीक्षा देते हुए देखना चाहते थे।कुलपतिमहोदय, इसके लिए केन्द्राधीक्षक को जाकर निर्देश दिए थे कि जब अंकिता का पेपर हो तो वे सूचित करें। आज अंकिता का पेपर था।कुलपतिमहोदय जब जाकर वहां देखे तो वह पैर से लिख रही थी।
कुलपति ने बताया कि पैर से लिखने के बाद भी उसकी लिखावट बहुत ही सुंदर है।कुलपति ने कहा कि ऐसी प्रतिभावान छात्रा जो कि दिव्यांग होने के बाद भी अपनी परिस्थिति का रोना न रोते हुए और अपनी हिम्मत दिखाते हुए पैर से लिखकर अपनी परीक्षा दे रही है,उसे मैं अपने विश्वविद्यालय का ब्रांड अम्बेस्डर बनाऊंगा।अंकिता को विश्वविद्यालय की तरफ से ड्रेस भी दिया जायेगा।कुलपतिमहोदय ने कहा कि जब स्नातक प्रथम खंड का परीक्षाफल निकलेगा तो यदि अंकिता को अच्छे अंक मिलते हैं तो उसे विश्वविद्यालय की ओर से सम्मानित भी किया जायेगा।
इस अवसर पर प्रोफेसर इरफान अली,प्राचार्य प्रेमचंद्र यादव ,बर्सर,डॉक्टर मनीष कुमार, डॉक्टर शिवा भी कुलपतिमहोदय के साथ छात्रा को देखकर उसका हौशला बढाये।


