


उत्कृष्ट, रचनात्मक, कर्तव्यनिष्ठ, मेहनती शिक्षक और मिलनसार व्यक्तित्व के धनी स्नातकोतर भौतिक विज्ञान विभाग के वरीय शिक्षक डॉ. कपिल देव सिंह का बिदाई – सह सम्मान समारोह में सम्मान समारोह में विभागाध्यक्ष डॉ महेन्द्र सिंह ने उन्हें शाल देकर सम्मानित किया। डॉ. अच्युतानंद ने अंगवस्त्र, डॉ गुणसागर चित्रकृति एवं डॉक्टर आलोक रंजन तिवारी ने गीता की पुस्तक देकर सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि भौतिक विज्ञान पर लिखी गई उनकी पुस्तक का लोकार्पण भी हुआ। इस लोकार्पण को विज्ञान के संकाध्यक्ष डॉ. उदय अरविन्द ने बड़ी उपलब्धि बताया।


इस कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षक संघ के डॉ सिद्धार्थ शंकर ने की। अपने उद्बोधन में उन्हें सहज व्यक्तित्व का स्वामी बताया। उन्होंने उसकी सहजता एवं मृदुता की प्रशंसा की। इसके पूर्व भौतिक विज्ञान के अध्यक्ष एवं शिक्षक संघ के सचिव डॉ. महेन्द्र सिंह ने उनके अध्यापन शैली की प्रशंसा की। उन्होंने यह इच्छा प्रकट की कि अवकाश प्राप्ति के बाद भी कपिलदेव बाबू विभाग के लिए सक्रिय रहेंगे। इस अवसर पर बोलते हुए संकायाध्यक्ष डॉ उदय अरविन्द ने उनके सहज व्यक्तित्व की सराहना की। रसायन विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ रविन्द्र कुमार सिंह ने उनके स्वस्थ जीवन की कामना की। दर्शनशाशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डा रामनाथ ने उनकी मृदुत्ता की प्रशंसा की । विश्वविद्यालय के पदाधिकारी डॉ हरिश्चन्द्र यादव ने उनके राम जयपाल महाविद्यालय के दिनों को याद किया। हिन्दी विभाग की अध्यक्ष डॉ अनीता ने उनके स्वास्थ एवं सुदीर्घ जीवन की कामना की। डॉ गुणसागर यादव ने राम जयपाल महाविद्यालय से लेकर अब तक उनके कार्यकाल की संस्मरणात्मक विवरण प्रस्तुत किया। इसी क्रम में डॉ उदय शंकर ओझा, डॉ संजय कुमार पाठक, डॉ उदयन समाजपती आदि ने अपने विचार प्रस्तुत किए। विभाग के कर्मी हुसैन एवं जितेन्द्र ने पुण्ष्णुच्छ देकर स्वागत किया। कार्यक्रम में डॉ.नीतू सिंह, डॉ.शाची मिश्रा, डॉ. रविकांत शुक्ला, राजेश कुमार पासवान एवं कई छात्र तथा शोधार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अच्युतानंद सिंह ने किया।
